نام کتاب : الارتداد في الشريعة الإسلامية نویسنده : سماك، غازى عبد الحسن جلد : 1 صفحه : 90
5- ما روي عنه (ص):
«أيما رجل ارتدَّ عن الإسلام
فادعه، فإن تاب فاقبل منه، وإن لم يتب فاضرب عنقه، وأيما امرأة ارتدَّت عن الإسلام
فادعها، فإن تابت فاقبل منها، وإن أبت فاستتبها» [1].
6- ما روي عنه (ص):
«لا يقبل الله من مشرك أشرك بعد
ما أسلم عملا حتى يفارق المشركين إلى المسلمين» [2].